इसबगोल बीज
इसबगोल एक खेत पेदश है | जो किसानो द्वारा उगाया जाता है | गुलाबी रंग का यह दाना अंदर से लाल होता है और इस डेन की ऊपरी सतह सफ़ेद दूध जैसी कुछ अंशतक पारदर्शक होने से दाना गुलाबी दीखता है| इसे पानीमें भिगो कर रखनेसे दाना चिकना और सरकने वाला हो जाता है | इस कारन वह आंत को साफ करता हुआ नीचेकी तरफ सरकता जाता है | सत इसबगोल भी इसबगोल सीड की तरहही काम करता है | लेकिन इसबगोल सीड का वजन सत इसबगोल की तुलनासे ज्यादा होने के कारन आसानीसे निचे सरकता है | सत इसबगोल पानी में ज्यादा घुलनशील होनेसे उसके ज्यादा अंश लहूमें जाते है | परिणाम स्वरूप शरीर ज्यादा कूलेंट इफेक्ट होने से कई लोगो को नजला एवं कफ की शिकायत रहती है | जो इसबगोल सीड लेनेसे शिकायत समूहजाती है | यह देखा गया है की कई लोगो को वायु तथा कब्ज की पुराणी शिकायत होनेसे पेट की आते फूल जाते है | जिससे आंतो का लचीलापन कम हो जाता है | उन्हें इसबगोल सीड से ज्यादा अचे परिणाम मिलनेकी सम्भावना है |
इसबगोल सीड एवं सत इसबगोल में क्या फर्क है |
इसबगोल सीड | सत इसबगोल |
1. यह वजनदार
है |
|
1. यह वजन
में हल्का है |
|
2. सम्पूर्ण
संतृप्त अवस्थामें पानी की क्षमता
१० गुना आसपास है |
|
2. पानी
पीनेकी क्षमता संतृप्त अवस्था ४०
गुना |
|
3. इसबगोल
सीड पानी में भीगने
के बाद वजनदार होनेसे नीचेकी
तरफ
जल्दी से सरकता है
|
3. सत इसबगोल
वजन में हल्का होनेके
कारन धीमे धीमे निचे सरकता है |
|
4. इसबगोल
सीड कब्ज के लिए ज्यादा
असरकारक है |
|
4. सत इसबगोल
पानीमें ज्यादा घुलनशील
होने के कारन इसका काफी अंश पानी
में घुलकर लहू में चला जाता
है |
|
5. इसबगोल
सीड की कोई साइड इफेक्ट
अभीतक ध्यान में नहीं आई | इसबगोल
सीडके प्रयोगसे नजला या कफ
होनेकी
संभावना नाहीवट है |
|
5. सत इसबगोल
की प्राकृतिक होने से
कोई खास साइड इफ़ेक्ट नजर नहीं
आई है | कई केसो में सत इसबगोल
को इस्तेमाल करनेसे नजला या कफ
की शिकायत
जरूर मिली है |
|